Saturday, December 1, 2012

श्री गणेश


 ऊँ श्री विघ्रेश्वराय नम: या ऊँ गं गणपतये नम:। 

वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभं। 
निर्विघ्रं कुरू मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा।

No comments:

Post a Comment